gold price today (26 dec 2024):- इंडिया में गोल्ड का बढ़ता रेट

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देश में नवीनतम 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने की कीमतें(gold price today) (26 dec 2024)-इंडिया में गोल्ड का बढ़ता रेट) देखें और एक सूचित विकल्प चुनने के लिए उनकी तुलना करें। देश में सोने की मौजूदा कीमत 24 कैरेट के लिए 76,280 रुपये और 22 कैरेट के लिए 69,880 रुपये है।सभी कीमतें आज अपडेट कर दी गई हैं और उद्योग मानकों के अनुरूप हैं। यदि आप सोने में निवेश करने पर विचार कर रहे हैं या अपने खुद के सोने के गहने खरीदना चाहते हैं, तो आप खरीदारी करने से पहले सभी आवश्यक जानकारी यहां पा सकते हैं।

gold price

Table of Contents

आज इंडिया में 24 कैरेट सोने के दाम (gold price):-

ग्राम आज के दाम कल के दाम परिवर्तन की दर
857,00056,800+200
1071,25071,000+250
1007,12,5007,10,000+2500

आज इंडिया में 22 कैरेट सोने के दाम(gold price) :-

ग्राम आज के दाम कल के दाम परिवर्तन की दर
862,18461,960+328
1077,73077,450+410
1007,77,3007,74,500+4100

आज इंडिया में 18 कैरेट सोने के दाम(gold price) :-

ग्राम आज के दाम कल के दाम परिवर्तन की दर
846,64046,472+168
1058,30058,090+210
1005,83,0005,80,900+2100

भारत के मेट्रो सिटी में आज सोने के रेट(gold price) :-

शहर 24 कैरेट सोने के दाम
10(ग्राम )
22 कैरेट सोने के दाम
10(ग्राम )
अहमदाबाद 77,51071,060
अमृतसर77,46071,010
बैंगलोर 77,51071,060
भोपाल77,46071,010
भुवनेश्वर 77,46071,010
चंडीगढ़ 77,61071,160
दिल्ली 77,61071,160
फरीदाबाद 77,46071,010
गुडगाँव 77,46071,010
हैदराबाद 77,46071,010
जयपुर 77,61071,160
कानपूर 77,46071,010
केरला 77,46071,010
कोलकाता 77,46071,010
लखनऊ 77,61071,160
मुंबई 77,41071,010
मैसूर 77,46071,010
नागपुर77,46071,010
नासिक 77,46071,010

क्यों बढ़ रही हैं सोने की कीमतें? आइए जानते हैं सोने की कीमत (gold price)के बारे में.

24 कैरेट सोने के दाम(gold price) :-

24 कैरेट सोना सही मनकों में शुद्ध माना जाता है। शुद्ध सोने में 24 कैरेट की मात्रा 99.9% होती है, जिसमें किसी भी प्रकार के मेटल का उपयोग नहीं किया जाता है। इसका इस्तेमाल सोने के सिक्के और सोने की बार में किया जाता है। इसकी शुद्ध की वजह से इसे 24 कैरेट में मापा जाता है।

22 कैरेट सोने के दाम(gold price) :-

22 कैरेट का सोना जेलेरी मेकिंग के काम आता है। इसमें 22 कैरेट का सोना और साथ में 2 पार्ट्स में सिल्वर मिक्स करके बनाया जाता है। मिक्सिंग की वजह से सोना अधिक कड़ा होता है। उपयुक्त होता है। 22 कैरेट 91.67% ही शुद्ध होता है।

24 कैरेट और 22 कैरेट सोना: अंतर जानें :-

24 कैरेट सोने 22 कैरेट
24 कैरेट का सोना सबसे शुद्ध सोना माना जाता है। इसमें 99.5% प्रेशियस मेटल रहता है। 22 कैरेट सोना शुद्ध सोने का 91.6% पार्ट है, बाकी मेटल सिल्वर और कॉपर है।
24 कैरेट सोना अविश्वसनीय रूप से लचीला, मुलायम और नर्म होता है।22 कैरेट सोना कठोर होता है और इसे आसानी से ढाला नहीं जा सकता।
24 कैरेट सोने का उपयोग कंप्यूटर, मोबाइल उपकरणों सहित चिकित्सा और विद्युत उपकरणों में अधिक होता है।सोने का प्रतिशत कम होने के कारण 22 कैरेट सोने की कीमत कुछ सस्ती है।
24 कैरेट सोना सबसे महंगा प्रकार का सोना है।22 कैरेट सोने का उपयोग आभूषण, बार, बुलियन और सिक्कों में किया जाता है।
24 कैरेट सोने का रंग चमकीला पीला होता है।
22 कैरेट सोने का रंग कुछ फीका होता है क्योंकि इसमें अन्य धातुएं भी मिली होती हैं।

बड़े शहरों में सोने की भारी कीमतें :-


सोने के दाम इलेक्ट्रॉनिक्स, प्लांट चार्ज , चुंगी शुल्क, राज्य के टैक्स, गोल्ड डिपो, बुलियन एसोसिएशन, व्यावसायिक लागत और इलेक्ट्रॉनिक्स शुल्क सहित विभिन्न कारक शहर-दर-शहर भिन्न हो सकते हैं।

भारत में सोने की कीमत(gold price) को प्रभावित करने वाले कारक:-

सोने की भारत समेत दुनिया भर में निवेश के लिए काफी डिमांड है। अन्य फाइनेंशियल एसेट्स की तरह, सोने के दाम में भी बदलाव होता है। मार्किट प्राइस तय करने में सबसे बड़ा कारण है। हालाँकि, कई अन्य उत्पादों से भी उत्पादों पर प्रभाव पड़ सकता है। इन पहलुओं के बारे में यहां जानकारी दी जा रही है।

1. माँग(Demand):-

किसी भी तरह की कमोडिटी की तरह, डिमांड का सोने(gold price) के दाम पर बड़ा असर होता है। कम सप्लाई और अधिक डिमांड वाले उत्पाद पर बिक्री होती है। इसी तरह सोने की अधिक डिमांड और स्थिर या फ़्रांसिडेंट से विक्रय गिर सकता है। आम तौर पर, भारत में सोने के डिज़ाइन उत्सव और विवाह के संबंध में वृद्धि होती है।

2. महंगाई (Inflation):-

जब महंगाई अधिक होती है तो मुद्रा का मूल्य घट जाता है। ऐसे में लोग अपना पैसा सोने में रखना पसंद कर सकते हैं। इससे सोने की कीमत बढ़ जाती है. सोना इनफ्लेशन के खिलाफ बचाव का काम करता है।

3. ब्याज दरें(इंटरेस्ट रेट्स):-

सोने और ब्याज दरों में विपरीत संबंध है। जब ब्याज दरें बढ़ती हैं तो लोग अधिक ब्याज कमाने के लिए सोना बेचना पसंद करते हैं। इसी तरह, इंटरेस्ट रेट्स पर अधिक सोना खरीदा जा सकता है, जिससे डिमांड होती है। कीमत गिर सकती है। आम तौर पर, भारत में सोने के डिमांड उत्सव और विवाह के संबंध में वृद्धि होती है।

4. मॉनसून(Monsoon):-

भारत में सोने की मांग का एक बड़ा हिस्सा ग्रामीण इलाकों से आता है। अच्छे मानसून और बंपर फसल के बाद यह मांग आमतौर पर बढ़ जाती है।

5.सरकारी रिजर्व:-

कई सरकारों के पास वित्तीय भंडार होते हैं जिनमें बड़ी मात्रा में सोना होता है। भारत में भी यही स्थिति है। हालांकि, अगर यह भंडार सरकार द्वारा बेचे जाने वाले सोने से ज़्यादा हो जाता है, तो आपूर्ति कम होने के कारण सोने की कीमत बढ़ जाती है। भारत में यह भंडार भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा बनाए रखा जाता है।

6.अन्य संपत्तियों के साथ संबंध :-

सोने का सभी प्रमुख संपत्तियों के साथ कम या नकारात्मक संबंध है। इस वजह से इसे पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए बेहतर माना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सोना पोर्टफोलियो को उतार-चढ़ाव से बचाता है क्योंकि अन्य संपत्तियों को प्रभावित करने वाले कारक सोने की कीमत पर ज्यादा असर नहीं डालते।

7. भू-राजनीतिक कारण :-

युद्ध जैसे भू-राजनीतिक कारणों से सोने की मांग बढ़ जाती है क्योंकि इसे धन संचय के लिए सुरक्षित माना जाता है। ऐसी स्थिति का अधिकांश परिसंपत्तियों की कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। हालांकि, यह स्थिति सोने की कीमत के लिए सकारात्मक है।

8.ऑक्ट्रॉय शुल्क और प्रवेश कर :-

ऑक्ट्रॉय शुल्क और प्रवेश कर राज्यों में कर अधिकारियों द्वारा उनके अधिकार क्षेत्र में माल के आगमन पर लगाया जाता है। ऑक्ट्रॉय शहर में माल के आगमन पर लगाया जाता है, जबकि प्रवेश कर राज्य में माल के आगमन पर लगाया जाता है। इसके अलावा, अगर सोने का मूल्य 30 लाख रुपये से अधिक है तो संपत्ति कर लगाया जाता है।

सोना खरीदने का मार्गदर्शन(gold buying guide):-

सोना सदियों से निवेशकों की सूची में सबसे ऊपर रहा है। यह भारत में सबसे लोकप्रिय निवेश परिसंपत्तियों में से एक है और इसे वित्तीय सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण साधन माना जाता है।

अपने वित्तीय पहलू के अलावा, यह कीमती धातु कई संस्कृतियों में धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखती है, जो इसके बाजार मूल्य को बढ़ाती है।

डिजिटल सोना भी बाजारों में खरीदा जा सकता है, लेकिन भौतिक सोना अभी भी अपनी अपील रखता है।

हालांकि, सोने में निवेश करना जटिल हो सकता है और इसके लिए बहुत विचार करने की आवश्यकता होती है। आपकी अगली सोने की खरीदारी में आपकी मदद करने के लिए यहां एक विस्तृत मार्गदर्शिका दी गई है।

आपको सोने में निवेश क्यों करना चाहिए?

सोने को ऐतिहासिक रूप से एक सुरक्षित और विश्वसनीय निवेश परिसंपत्ति माना जाता है।

सोने को मुद्रास्फीति के खिलाफ एक अच्छा बचाव माना जाता है। जैसे-जैसे मुद्रास्फीति बढ़ती है, सोने की कीमत भी बढ़ती है।

भू-राजनीतिक अस्थिरता या वैश्विक संकट के दौरान, सुरक्षित निवेश उपकरण के रूप में सोने की खरीद बढ़ जाती है।

यह पोर्टफोलियो में विविधता लाने का एक अच्छा तरीका है।

सोने की कीमत में अल्पावधि में उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन लंबी अवधि में इसका मूल्य बरकरार रहता है।

वैश्विक स्तर पर इसका सांस्कृतिक महत्व है।

बिजली का अच्छा संवाहक होने के कारण, यह दंत चिकित्सा, हीट शील्ड के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक्स और गैजेट्स के लिए भी मांग में है।


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